कर्मचारी 1 जुलाई को कर्तव्य दिवस मनाएंगे इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन (IPSEF) के आह्वान पर देशभर के कर्मचारी 1 जुलाई को कर्तव्य दिवस मनाएंगे । यह निर्णय IPSEF के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन मिश्र द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लिया गया । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत व महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि IPSEF के घटक संघ होने के नाते प्रदेश में 1 जुलाई को समस्त कर्मचारी द्वारा कर्तव्य दिवस में अपने कर्तव्यों को जनता के प्रति अपने दायित्वों का निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करने का संकल्प लिया जाएगा ।
यह भी निर्णय लिया गया कि को रोना के मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टरों,नर्सेज,लैब टेक्नीशियन ,फार्मेसिस्ट ,प्रयोगशाला सहायक , वार्ड बॉय एवं सफाई कर्मियों को प्रदेश भर में प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे।
प्रदेश के बड़े कर्मचारी, शिक्षक संगठनों व पेंशनर्स ने आंदोलन के लिए बनाया साझा मंच
कर्मियों ने आंदोलन के लिए बनाया मंच अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए प्रदेश के बड़े सरकारी संगठनों , शिक्षक संगठनों , अधिकारी महापरिषद एवं पेंशनरों के संगठनों ने एक मंच पर आने का फैसला किया है । सोशल मीडिया पर आंदोलन को गति देने के लिए माहौल बनाने की शुरुआत भी कर दी गई है ।इसके लिए मंच का गठन किया गया है । तमाम संगठन लंबे समय बाद आंदोलन के लिए एकजुट होने पर सहमत हुए हैं ।
एकजुट हुए संगठनों में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद , प्राथमिक शिक्षक संघ , विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ , अधिकारी महापरिषद , सचिवालय संघ, जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ , राज्य कर्मचारी महासंघ , सिंचाई विद्युत सुरक्षा से लेकर चतुर्थ श्रेणी और वाहन चालक महासंघ के पदाधिकारी भी हैं । रविवार को इन संगठनों के वरिष्ठ कर्मचारी नेताओं के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा हुई । इसके बाद मंच का गठन किया गया । मंच का नाम कर्मचारी शिक्षक मंच तय किया गया। हरि किशोर तिवारी के संयोजन में मंच का गठन हुआ ।
उन्होंने बताया कि पहली बैठक में कर्मचारियों की लंबित समस्याओं पर सरकार की अनदेखी भत्तों की कटौती और एस्मा जैसे दंडात्मक कार्रवाई पर चर्चा की गई । इसके बाद कार्यकारिणी का गठन किया गया । मंच के समस्त पदाधिकारियों ने एक राय होकर महंगाई भत्ता सहित अन्य लगभग 15 मतों पर सरकार द्वारा कैंची चलाए जाने पर नाराजगी जताई । अगस्त माह में बैठक करने की घोषणा की गई। इसके बाद प्रांतीय आंदोलन कार्यक्रमों की चरणबद्ध घोषणा की जाएगी।